देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरु हो गया। सत्र के पहले दिन एक सिटिंग व चार पूर्व विधायकों के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। दिवंगत विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना, पूर्व विधायक के सी पुनेठा, सुन्दरलाल मंद्रवाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी और तेजपाल सिंह पंवार को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सीएम त्रिवेन्द्र रावत कोरोना के चलते विधानसभा सत्र की कार्रवाई में वर्चुअल माध्यम से जुडे। उन्होंने स्व॰ सुरेंद्र सिंह जीना को याद करते हुए कहा कि जीना जी युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे और उनका अभिवादन करने का अपना अनूठा तरीका था। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय के सी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे बहुत जुझारू और सहनशील व्यक्तित्व वाले थे।
दिवंगत पूर्व विधायक सुंदरलाल मंद्रवाल को याद करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि वे सही मायने में सच्चे गांधीवादी थे। पूर्व विधायक तेजपाल पंवार को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम ने कहा कि वे सीधी और सपाट बात करने वाले व्यक्ति थे उन्होंने कभी छल या असत्य का सहारा नहीं लिया।
पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने वर्ष 2002-03 का एक किस्सा साझा किया जिसमें आंदोलन के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी थी और मैखुरी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा।
विधानसभा सत्र 21 दिसंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। जिसमें कई विकास कार्यों को लेकर चर्चा होगी। कोरोना काल के चलते सभी विधायकों को मास्क पहन कर सदन की कार्रवाई में देखा गया। साथ ही विधायकों को ग्लास की चादर के माध्यम से शारीरिक दूरी रखनी पड़ रही है। विधानसभा परिसर में आने के दौरान सभी विधायकों की थर्मल जांच हुई। सत्र को लेकर सरकार ने पहले से सभी तैयारी कर ली है।