देहरादून। पटवारी भर्ती में प्रश्नपत्र लीक होने के बाद एक बार फिर धामी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्षी कांग्रेस ने ऋषिकेश में प्रदेश सरकार का पुतला फूुंका। कांग्रेस ने कहा कि हर भर्ती परीक्षा में युवाओं के साथ धोखा हो रहा है। कांग्रेस ने इन घोटालों की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई में जांच कराने की मांग की है।
भाकपा माले के नेता इन्द्रेश मैखुरी ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने की घटना शर्मनाक और प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड है। उत्तराखंड सरकार ने पारदर्शी और साफ-सुथरे तरीके से परीक्षा कराने का काम उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंपा, उसमें आयोग पूरी तरह से नाकाम रहा है। इस खुलासे ने पीसीएस की मुख्य परीक्षा को भी संदिग्ध बना दिया।
यह भी खुलासा हुआ है कि 2021 में हुई जेई, एई और प्रवक्ता परीक्षाओं में भी धांधली हुई थी। इसका अर्थ यह है कि घोटालों में पहले से ही लिप्त उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को परीक्षाएं हस्तांतरित की गयी, तब लोक सेवा आयोग परीक्षा की धांधली में शामिल था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक घोटाले में लिप्त आयोग से दूसरे घोटाले में लिप्त आयोग को परीक्षा हस्तांतरित किया, यह उनकी स्पष्ट विफलता है। मुख्यमंत्री को साफ-सुथरी और परीक्षा न करा पाने तथा एक घोटाले वाले आयोग से दूसरे घोटाले वाले आयोग को परीक्षा का काम सौंपने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।