नरेन्द्रनगर। धर्मानंद उनियाल डिग्री कॉलेज के शिक्षक और स्टाफ जान जोखिम में रखकर कॉलेज पहुंच रहे हैं। कॉलेज का सम्पर्क मार्ग धौलापानी-पीटीसी मार्ग पिछले एक सप्ताह क्षतिग्रस्त है। लेकिन जिम्मेदार विभाग इस मार्ग को अभी तक दुरूस्त नहीं कर पाया है। उधर धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय में नये दाखिले के साथ-साथ परीक्षा और नैक का काम चल रहा है। लिहाजा परीक्षा, प्रवेश एवं नैक के कार्य विधिवत जारी रहे इसलिए कॉलेज का स्टाफ और शिक्षक जंगली रास्तों से होकर कॉलेज पहुंचे रहे हैं।
गौरतलब है कि 2 अगस्त से महाविद्यालय का मुख्य संपर्क मार्ग धौलापानी-पीटीसी एवं 7 अगस्त से किनवाणी-पीटीसी मार्ग दोनों ओर से पहाड़ी खिसकने के कारण अवरुद्ध हो गए हैं जिससे महाविद्यालय तक पहुंचने में छात्रों ,प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
दरकते पहाड़ और उफनते गधेर पल पल अपना रूप बदल रहे हैं जिससे महाविद्यालय आवागमन में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। धौलापानी-पीटीसी मार्ग 1 सप्ताह बाद भी नहीं खुल पाया है हालांकि सड़क मार्ग पर मलबे के दोनों तरफ से दो जेसीबी कार्य कर रहे हैं लेकिन डम्पर कम संख्या में होने के कारण मलवा ढोने की गति धीमी है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर आर के उभान ने बताया कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में महाविद्यालय में नैक मूल्यांकन की अंतर्गत पियर टीम का विजिट प्रस्तावित है लेकिन मार्ग अवरुद्ध होने की कारण तैयारियों में कठिनाई आ रही है।
महाविद्यालय मीडिया प्रचार-प्रसार समिति के संयोजक डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाएं महाविद्यालय की छात्र प्रवेश प्रक्रिया एवं नैक की आवश्यक तैयारी के लिए कालेज के सभी प्राध्यापक ,कर्मचारी और छात्र प्राकृतिक खतरों का सामना करते हुये धौलापानी डंपिंग जोन से पैदल लिंक मार्ग से महाविद्यालय पहुंच रहे हैं। फिसलन और जंगली मार्ग पर यात्रा करना जोखिम हो सकता है।
बरहाल महाविद्यालय परिवार पीडब्ल्यूडी और प्रशासन से सड़क मार्ग को शीघ्र खोले जाने की मांग कर रहा है।