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पीएम मोदी के दावों के उलट प्रदेश में आपदा प्रबधंन की हालत दयनीयः धस्माना

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देहरादून। कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने आपदा प्रबंधन के मोर्चे पर भाजपा की केन्द्र और सरकार को फेल बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के आपदा प्रबंधन के बड़े-बड़े दावों के उलट प्रदेश में आपदा प्रबंधन की हालत दयनीय बनी है। प्रदेश भर में पिछले सालों के मुकाबले वनाग्नि के मामले पांच गुणा बढ़े है। उन्होंने कहा कि कांवली रोड पर छबील बाग में लगी आग को काबू करने के लिए फायर ब्रिगेड का डेढ़ घंटे देर से पहुंचना राज्य की आपदा प्रबंधन मशीनरी के हाल बयां करता हैं।

सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए सूर्यकांत धस्माना ने बताया छबीलबाग अग्निकांड की सूचना उन्होंने पुलिस कप्तान और सीएमओ को फोन पर कर दी थी। लेकिन दमकल की टीम वहां एक घंटे बाद पहुंचे जब वहां सारे मकान जल कर राख हो चुके थे।

श्री धस्माना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड दौरे वाले दिन एक अखबार को दिए साक्षात्कार में दावा किया था कि पिछले दस सालों के उनके प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखंड में आपदाओं से निपटने का एक बड़ा प्रभावी तंत्र विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि आपदातंत्र कितना प्रभावी है? यह उत्तराखंड में इस वर्ष अप्रैल के महीने में ही पता चल गया जब गर्मियां शुरू होते ही पूरे राज्य के जंगल दहक रहे हैं।

श्री धस्माना ने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारी सितंबर महीने से शुरू करनी होती है किंतु उत्तराखंड की सरकारी मशीनरी व आपदा प्रबंधन विभाग यह तैयारी आग लगने पर शुरू करता है जिसका नतीजा आज पूरे राज्य को भुगतना पड़ रहा है।

धस्माना ने कहा कि आज पूरे देहरादून महानगर में भयंकर पेयजल संकट खड़ा हो रखा है। देहरादून के सभी सौ वार्डों में लगभग एक सौ बीस कालोनियों में पेयजल संकट शुरू हो गया है। और अभी गर्मियां शुरू भी नहीं हुई हैं उन्होंने कहा कि जल संस्थान के पास पेयजल संकट से निपटने का कोई रास्ता नहीं है। श्री धस्माना ने कहा कि यह सब सरकारी उदासीनता व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण हुआ है।

उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी इन जन सरोकारों के मुद्दों पर शांत बैठने वाली नहीं है। उन्होंने ऐलान किया कि वे शीघ्र ही सड़कों पर उतरेंगे व लापरवाह अधिकारियों और निकम्मे मंत्रियों का घेराव करेंगे।

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