देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राजकीय इण्टर कॉलेज मिसराश पट्टी सहसपुर, देहरादून के भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता रमेश प्रसाद बडोनी को 01 अगस्त, 2021 से 31 दिसम्बर, 2021 तक यूनाइटेड स्टेट-इण्डिया एजुकेशन फाउण्डेशन के ‘फुलब्राइट डिस्टिंग्विश्ड प्रशिक्षण में प्रतिभाग हेतु निर्धारित आयुसीमा में एक वर्ष का शिथिलीकरण प्रदान करते हुए प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने हेतु यूनाइटेड स्टेट, अमेरिका में जाने की अनुमति प्रदान की है।
कौन है शिक्षक रमेश प्रसाद बडोनी
रमेश प्रसाद बडोनी मौजूदा समय में राजकीय इण्टर कालेज मिसराश पटटी सहसपुर देहरादून में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता है। बडोनी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित हैं। रमेश प्रसाद बडोनी गूगल सर्टिफाइड है शिक्षक है। इससे पहले आईसीटी पुरस्कार, नेशनल इनोवेटिव, ग्लोबल इनोवेटिव अवार्ड हासिल कर चुके हैं। दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित रमेश प्रसाद बडोनी टिहरी जिले के पुजार गांव, चंद्रबदनी के रहने वाले हैं।
शिक्षक रमेश प्रसाद बडोनी का चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2020-21 के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से आयोजित प्रतियोगिता ‘फुलब्राइट डिस्टिंग्विश्ड अवॉर्ड इन टीचिंग प्रोग्राम फॉर इंटरनेशनल टीचर’ के लिए हुआ है। उत्तराखण्ड से पहली बार किसी शिक्षक का इस प्रतियोगिता में चयन किया गया है। इंडो-यूएस’ फेलोशिप अवार्ड के लिए भारत से दो शिक्षकों का दुनिया के 40 सर्वोत्तम शिक्षकों की सूची में जगह बनाना अपने आप में गौरवान्वित करता है।
गौरतलब है कि फुलब्राइट डीएआई परीक्षा में दुनियाभर के शिक्षक आवेदन करते हैं। इसकी जटिल चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होती है। जिसमें स्क्रीनिंग टेस्ट, टॉफेल एग्जाम, कॉन्फ्रेंस इंटरव्यू और उत्कृष्ट अंकों के आधार पर कॉन्फ्रेंस सिलेक्शन किया जाता है। तत्पश्चात अंतिम चरण में अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में शैक्षिक उन्नयन हेतु तकनीकी आयामों पर शोध और परीक्षण प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को आमंत्रित कर प्रतिभाग करने का मौका दिया जाता है। इसके तहत शिक्षा में गुणवत्ता नवाचार के लिए शोध कार्य और संवर्धन तकनीकी पर शिक्षकों का योगदान प्राप्त किया जाता है।