श्रीनगर। उत्तराखण्ड में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरगर्मियां तेज हो चली है। प्रदेश में सत्ताधारी दल बीजेपी ने विधानसभा 2022 को फतह करने के लिहाज से प्रदेश में मुखिया बदल दिया है। वहीं प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस प्रदेश में सरकार बदलने के लिए सत्ताधारी के खिलाफ अपना बिगुल फंूक दिया है।
इसी सिलसिले में कांग्रेस ने सत्ताधारी दल को घेरने के लिए श्रीनगर गढ़वाल में भाजपा के खिलाफ जनाक्रोश रैली निकाली। जिसमें गुटों में बंटी प्रमुख विपक्षी दल ने अपनी एकता का परिचय भी दिया। इस जनाक्रोश रैली कांग्रेस के बड़े चेहरे एक मंच में नजर आये। इस रैली को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा सरकार के बीते चार सालाों के फैसलों पर सवाल खड़े किये। हरीश रावत ने रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने उत्तराखण्ड का बंटाधार कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में बेरोजगारी का आंकड़ा चरम पर पहुंच गया है। सरकार उपनलकर्मियों और संविदाकर्मियों की लगतार उपेक्षा कर रही है। राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था एकदम चैपट हो चुकी है।
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार हो या राज्य सरकार उसे जनता के सरोकार से कोई लेना-देना नहीं है। इन्हें केवल जनता चुनाव के समय याद आती है। बढ़ती महंगाई से देश और प्रदेश की जनता त्रस्त है लेकिन भाजपा को इससे कोई लेना-देना नहीं है। पेट्रोल-डीजल की कीमते आसमान छू रही हैं। रसोई गैस की बढ़ती कीमतों से आम आदमी का जीना दुश्वार हो चला है।