देहरादून। ऊर्जा से जुड़े विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने 28 मई से बेमियादी हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। संगठन के मुताबिक सरकार और प्रबंधन ऊर्जा कामगारों की लगातार उपेक्षा कर रही है। जिसके चलते संगठन हड़ताल पर जाने को मजबूर हो गया है।
संगठन की ओर से जारी पे्रस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऊर्जा निगम में कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर प्रबधंन से गत जनवरी से लगातार बात की जा रही है लेकिन प्रबंधन अपने अड़ियल रुख पर डटा हुआ है। संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार कोरोना की इस विकट घड़ी में ऊर्जा कर्मचारी 24 घंटे काम में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनसेवा करते करते ऊर्जा निगम से जुड़े 25 कर्मचारी अभी तक कोरोना संक्रमण के चलते शहीद हो गये हैं। लेकिन सरकार ने अभी तक उनके परिजनों को ना ही कोई वित्तीय सहायता मुहैया कराई है और ना ही परिजनों को कोई रोजगार दिया है।
संगठन के एक पदाधिकारी के मुताबिक ऊर्जा कर्मी जनता के हितों तथा राज्य की जनता की सहायता हेतु विपरीत परिस्थितियों में भी कार्य कर रहे हैं। लेकिन सरकार और प्रबंधन ने इन कर्मचारियों के लिए टीकाकरण का कोई इंतजाम अभी तक नहीं किया है। उन्होंने कहा कि फ्रंट में काम करने के चलते कई कर्मचारी कोरोना संक्रमण से जूझ रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऊर्जा कार्मिकों को जानबूझकर फ्रंट लाइन वारियर्स के दायरे से बाहर रखा गया है।
28 मई से बेमियादी हड़ताल पर चर्चा करने के लिए संगठन से गूगल मीट के जरिये सोमवार को चर्चा की। इस मीटिंग में पूरे राज्य में तीनों ऊर्जा निगमों के सभी संगठनों के अध्यक्ष एवं महामंत्री ने हिस्सा लिया। इस मीटिंग में मुख्य रूप से 28 तारीख से तीनों ऊर्जा निगमों में पूरे राज्य में हड़ताल किए जाने की रुपरेखा पर चर्चा की गई।
सभा में सभी वक्ताओं ने तीनों निगमों के प्रबंध निदेशकों की संवेदनहीनता पर खेद व्यक्त किया। पदाधिकारियों ने कहा कि पर्याप्त समय होने के बाद भी ना तो कर्मचारियों की समस्याओं पर कोई कार्यवाही की गई तथा ना ही कोई संवाद संगठनों के साथ किया गया। उन्होंने कहा कि निगम प्रबंधन लगातार पिछले 4 सालों से कर्मचारियों की जायज मांगों की उपेक्षा कर रहा है।
आज की सभा में इंजीनियर पंकज सैनी, अमित रंजन ,मुकेश कुमार सुधीर कुमार सिंह, आनंद सिंह रावत, विनोद कवि, सन्दीप शर्मा ,प्रदीप कंसल, बिनोद कलि प्रेम भट्ट दीपक पाठक, एसके थपलियाल, केहर सिंह ,डीसी घ्यानी, मोहम्मद रियाज , विशाल गुप्ता, विक्की दास, भानु जोशी, प्रमोद कुमार, वाईएस तोमर, सुनील मोगा, मोहम्मद अनीस, विवेक कुमार आदि ने अपने विचार रखे।