रिपब्लिक डेस्क। रोजाना बढ़ती कीमतों और महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने बढ़ती महंगाई के लिए केन्द्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार बताया।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल, गैस की लगातार बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें लगातार गिर रही है लेकिन मोदी सरकार इनके दाम लगातार बढ़ाने में लगी है।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय गैस सिलेंडर की कीमत 410 रुपया हुआ करती थी जबकि अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 101 रूपया हुआ । लेकिन आज जब अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 73 रुपये है और गैस सिलेंडर का दाम 885 रुपया हो गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मोदी सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार की मौद्रीकरण और विमुद्रीकरण की नीति पर सवालिया निशान लगाया। उन्होंने कहा मोदी सरकार में किसान, मजदूरों और आम आदमी का डिमोनिटाजेशन हुआ है और मोदी के मित्रों का मोनिटाइजेशन हुआ है। उन्होंने कहा कि सिर्फ पेटोल डीजल और एलपीजी से सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपया कमाया है। लेकिन फिर भी मोदी सरकार अपने दोस्तों के लिए सार्वजनिक सम्पत्ति को बेचे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में समाज का हर तबका परेशान है। किसानों की बात सुनने को सरकार तैयार नहीं है। रोजगार मुहैया कराने वाली मध्यम, सूक्ष्म उद्योग लगातार खत्म होते जा रहे हैं लेकिन सरकार के पास इन इण्डस्ट्री के उत्थान के लिए कोई विजन नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश के सामने प्रधानमंत्री ने जो वायदे किये थे वे वादे वो पूरे नहीं कर पा रहे है। इसलिए प्रधानमंत्री डरे और सहमे हुए हैं। जिसके चलते वे अनाप-शनाप फैसले ले रहे हैं।