रिपब्लिक डेस्क। अफगानिस्तान से लगभग 21 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स तस्करी के रैकेट के पर्दाफाश के बाद देश की तमाम एजेंसियों के कान खड़े हो गए है। राजस्व खुफिया महानिदेशालय (डीआरआइ) इस रैकेट की सभी कड़ियों को बेनकाब करना में जुट गयी है। डीआरआइ के अनुसार करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन की यह खेप 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान से ईरान भेजी गई थी।
डीआरआइ नोएडा द्वारा ड्रग्स के खि़लाफ़ की गयी छापेमारी में २० सितम्बर को नोएडा की एक पॉश सोसाइटी से तीन विदेशी नागरिकों को भारी मात्रा में मादक पदार्थ, उसमे प्रयोग होने वाले केमिकल के साथ गिरफ्तार किया गया था। पकड़े गए विदेशी नागरिकों में 2 अफगानिस्तान जिनमें से एक के पास शरणार्थी पहचान प्रमाण भी मिला था और 1 उनकी महिला मित्र जो उज्बेकिस्तान से थी।
डीआरआइ नोएडा द्वारा की गयी पूछताछ के बाद इन्होने ड्रग्स से जुड़े कई राज उगले जिस आधार पर आज डीआरआइ नोएडा ने दिल्ली के कई इलाकों में छापेमारी की। इस कार्यवाही में दिल्ली के कैलाश कॉलोनी की एक बार में भी छापा मारा गया। सूत्रों से पता चला है की डीआरआइ नोएडा की गिरफ़्त में जो विदेशी नागरिक है उन्होंने कुछ दिन पहले अपने कई दोस्तों के साथ इस बार में सारी रात पार्टी की थी और इस बार में विदेशियों का बहुत आना जाना है।
अब डीआरआइ की टीम इस बात की जांच भी कर रही है कहीं इस बार में शराब के साथ मादक पदार्थ तो उपलब्ध नहीं कराये जा रहे है।