नरेन्द्र सिंह की रिपोर्ट
कीर्तिनगर। मंगलवार को भी पैण्डुला के ग्रामीण तहसील परिसर में धरने पर रहे। लेकिन ग्राम पंचायत पैण्डुला की पेयजल समस्या के समाधान के लिए सरकार का कोई भी जिम्मेदार हरकत में आने को तैयार नहीं है। पैडुला गांव में पेयजल की बड़ी समस्या है। ग्रामीण चाहते हैं कि पेयजल की समस्या के निदान के लिए ग्राम पंचायत पैंडुला को अकरी बारजूला पम्पिंग योजना से जोड़ा जाय। गांव वाले इस मांग को लेकर कीर्तिनगर तहसील पर धरने पर बैठे हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग ग्रामीणों की इस मांग कोई लेकर कतई गंभीर नजर आता नहीं दिखाई देता।
इस धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे ग्राम प्रधान सुनय कुकसाल बताते हैं कि जिम्मेदार विभाग ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर कतई गंभीर नहीं है। पहले तहसीलदार कीर्तिनगर और जल निगम के अधिशासी अभियंता ने वायदा किया था कि 15 दिन के भीतर ग्राम सभा पैंडुला को अकरी बारजूला पम्पिंग योजना से जोड़ दिया जाएगा, लेकिन इस दिशा में अभी तक विभाग ने एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया।
ग्रामीण अपनी इस मांग को लेकर पिछले दो महीने से धरना प्रदर्शन रहे हैं। इस बीच क्रमिक अनशन भी किया गया। लेकिन आलम ये है कि अब शासन-प्रशासन का कोई भी ओहदेदार बातचीत करने को तैयार नहीं हैं।
सुनय कुकसाल चेतावनी देते हुए कहते हैं कि यदि ग्राम पंचायत पैण्डुला को अकरी बारजूला पम्पिंग योजना से नहीं जोड़ा गया तो वे अगले महीने 10 नवम्बर को मुख्य पेयजल टैंक पर तालाबंदी को मजबूर हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।