काण्डा। काण्डा कमस्यार क्षेत्र के लिए शिक्षक नेता सोहन सिंह माजिला का संघर्ष रंग लाने लगा है। कपकोट विधान सभा का ये क्षेत्र लम्बे समय से उपेक्षा का शिकार रहा है। हालात ये है कि इस क्षेत्र में बुनियादी सहूलियतें भी मयस्यर नहीं है। काण्डा-कमस्यार स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी पिछड़ा हुआ है। किसी नुमाइंदे ने इस क्षेत्र के विकास के लिए पैरवी करने की जहमत तक नहीं उठाई लेकिन इस क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले शिक्षक नेता सोहन सिंह मांजिला क्षेत्र में पिछले कुछ समय से मुखर हैं। उनके संघर्ष के नतीजे भी सामने आने लगे हैं।
सोहन सिंह मांजिला बताते है कि काण्डा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सालों से उपेक्षित था। अस्पताल में अल्ट्रासाउण्उ मशीन की व्यवस्था तक नहीं थी। स्थानीय ग्रामीणों को छोटे-मोटे इलाज के लिए मैदानी क्षेत्रों में जाना पड़ता था। अल्ट्रासाउण्ड मशीन ना होने के चलते खासकर महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। उन्होंने इस समस्या को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने रखा। जिस पर मुख्यमत्री ने काण्डा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अल्ट्रासाउण्ड मशीन और और डायलसिस की व्यवस्था शुरू करने के लिए विभाग को आदेश दे दिया हैं।
सोहन सिंह मांजिला ने कहा कि क्षेत्र में समस्या बहुत हैं। जिन पर बहुत काम किया जाना बाकी है। उन्होंने प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी के सामने क्षेत्र की समस्याएं रखी हैं। उस क्रम में मुख्यमत्री ने ससोला गांव में एनएनएम सेंटर और काण्डा सामुदायिक केन्द्र की स्थापना किये जाने को मंजूरी दे दी है। काण्डा में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 25 लाख रुपये की धनराशि मंजूर करने की सीएम धामी ने घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए वे लगातार संघर्ष करते रहेंगे।
गौरतलब है कि शिक्षक नेता सोहन सिंह मांजिला का सक्रिय राजनीति में उतरने की खबरें मीडिया के हवाले से आ रहे हैं। हालांकि वे किसी राजनीतिक दल के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरेंगे या निर्दलीय लड़ेगे ये अभी साफ नहीं हो पाया है। लेकिन वे पिछले काफी समय से क्षेत्र में काम कर रहे हैं। वे काण्डा कमस्यार क्षेत्र की समस्याओं को जोरदार तरीके से उठा रहे हें। क्षेत्र में वे लगातार जनसम्पर्क में भी जुटे हुए हैं।