देहरादून। आदर्श सभा के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सेनवाल ने सल्ट तहसील के तहत थला तड़ियाल गांव में दबंगों द्वारा दलित दूल्हे को जबरन घोड़े से उतारने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि देश आजादी का अमृत उत्सव मना रहा है, लेकिन समाज के कुछ ठेकेदारों की दकियानूसी सोच के चलते दलितों पर अत्याचार जारी है। उन्होंने कहा सामाजिक समरसता के लिए ऐसी सोच दीमक की तरह है। शासन और प्रशासन को इस समाज के ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में एक दलित दूल्हे को दबंगों जबरन घोड़ी से उतारने के प्रयास किया गया। कुछ सवर्णों पर दलित दूल्हे को घोड़े से उतरने की कोशिश करने और बारातियों को रोकने का आरोप लगाते हुए दूल्हे के पिता और अन्य लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम थला तड़ियाल निवासी दर्शन लाल ने एसडीएम गौरव पांडे को दिए ज्ञापन में कहा, ‘मेरे पुत्र विक्रम कुमार का विवाह दो मई को था। बारात प्रस्थान के समय ग्राम थला तडियाल के तोक मजबाखली के कुछ महिलाओं व पुरूषों तारा देवी पत्नी कुबेर सिंह, जिबुली देवी पत्नी रमेश सिंह, रूपा देवी पत्नी शिव सिंह, भगा देवी पत्नी आनन्द सिंह, मना देवी पत्नी रतन सिंह कुबेर सिंह पुत्र मकुन्द सिंह आदि लोगों द्वारा दूल्हे को अनुसूचित जाति के होने के कारण घोड़े से जबरन उतारने की कोशिश की गयी।