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पुस्तक विमोचनः डा० रमेश चौहान रचित ‘नो योर लर्निगं स्टाइल’ पुस्तक का उच्च शिक्षा मंत्री ने किया विमोचन पुस्तक

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डा. रमेश रचित पुस्तक ‘नो योर लर्निंग स्टाइल’ का विमोचन करते उच्च शिक्षा मंत्री

देहरादून। उच्च शिक्षा मंत्री डा० धन सिहं रावत ने शनिवार को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा० रमेश सिंह चौहान द्वारा रचित पुस्तक ‘नो योर लर्निंग स्टाइल’ पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक में डा० चौहान ने माध्यमिक शिक्षा के छात्र-छात्राओं की अधिगम शैली का विस्तृत वर्णन किया है। उन्हांेने इस पुस्तक के जरिये बताने की कोशिश की है कि विद्यार्थी किन शैलियों से अपनी अधिगम को सुधार सकते है। अध्यापक और अभिभावक इस पुस्तक से जान सकते हैं कि वे किन तौर तरीकों से बच्चों की पढ़ाई में रूचि बढ़ा सकते हैं।

गढ़वाल विश्वविद्यालय से हासिल की उच्च शिक्षा

डा० रमेश सिंह चौहान

डा० रमेश चौहान का जन्म उत्तरकाशी सीमान्त गांव बंगाण में हुआ। उनकी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा गांव के राजकीय विद्यालयों से हुई। उन्होंने उच्च शिक्षा हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल से हासिल की। उन्होंने शिक्षा शास़्त्र में डीफिल की उपाधि भी गढ़वाल विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। डा० चौहान यूजीसी नेट परीक्षा पास करने के बाद 2001 से राजकीय महाविद्यालयों में शिक्षक के तौर पर सेवायें दे रहे हैं। डा० चौहान राजकीय महाविद्यालय कोटद्वार में बी०एड० विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर सेवारत् है। मौजूदा समय में डा० चौहान श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में बतौर परीक्षक नियंत्रक सेवायें दे रहे हैे।

स्वामी विवेकानंद पुरस्कार से हैं सम्मानित

डा० चौहान अब तक 20 वर्षों के शैक्षणिक, अनुसंधानिक एवं प्रशासनिक अनुभव के दौरान चालीस से अधिक शोध पत्र, विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। 150 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय सेमिनार एवं संगोष्ठियों में प्रतिभाग एवं शोधपत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त डा० चौहान द्वारा 3 यू०जी०सी० लधु शोध कार्यों की पूर्णता, 8 पुस्तकों का प्रकाशन, 07 विद्यार्थियों को एम०फिल० शोध कार्य एवं 35 से अधिक राष्ट्रीय तथा राज्य स्तरीय सेमिनार कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भी करवाया जा चुका है।

डा० चौहान को साल 2012 में राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्र में जनपद चमोली के राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला समन्वयक के रुप में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु उत्तराखण्ड सरकार ने स्वामी विवेकानंद पुरस्कार से सम्मानित किया है। दिब्य हिमगिरी ने साल 2020 में डा० चैहान को टीचर आॅफ द इयर से सम्मानित किया है।

 

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