देहरादून। कांग्रेस के दो नेताओं ने पार्टी के भीतर चल रहे अंतर्कलह को वजह बताकर पार्टी छोड़ते हुए आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। दिल्ली में डिप्टी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह की मौजूदगी में आरपी रतूड़ी, कमलेश रमन और कुलदीप चौधरी को आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।
उत्तराखंड कांग्रेस के लिए इसे एक बड़ा झटका माना जा रहा है। ये प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष करण माहरा के लिए ज्यादा बड़ा झटका है, जिनकी कार्यप्रणाली पर इसके बाद सवाल उठना तय है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी ने राज्य में नए प्रदेश अध्यक्ष की कमान करन माहरा को सौंपी थी। पार्टी ने एक युवा चेहरे के रूप में करन माहरा को जिम्मेदारी दी और सबसे बड़ी चुनौती अंतर्कलह को खत्म करने का भी भरोसा जताया। लेकिन राज्य में पार्टी के भीतर चल रहे मतभेद ने उनकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल, देहरादून में पिछले चार दशक से कांग्रेस के लिए काम कर रहे डॉक्टर आरपी रतूड़ी ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। यही नहीं इस फैसले के फौरन बाद पार्टी में महिला विंग में महानगर अध्यक्ष से लेकर प्रदेश उपाध्यक्ष तक की जिम्मेदारी संभालने वाली कमलेश रमन ने भी कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। एक के बाद एक इस्तीफे से कांग्रेस के भीतर के अंतर्कलह को एक बार फिर सामने ला दिया। ऐसे में सबसे बड़ा झटका प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा को लगा है जो पार्टी के भीतर सब ठीक करने का दावा कर रहे थे। लेकिन कुछ भी ठीक नहीं दिख रहा है।