देहरादून। सीमा जौनसारी ने मंगलवार को बतौर माध्यमिक शिक्षा निदेशक अपना नया पद भार ग्रहण कर लिया है। पद संभालने के बाद उन्होंने रिपब्लिक संदेश को बताया कि हाईस्कूल और इण्टरमीडियट की बोर्ड परीक्षाओं का 31 जुलाई तक परिणाम घोषित करना उनकी पहली प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते देश दुनिया प्रभावित हुई है। इसका असर स्कूली बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर भी पड़ा है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते प्रदेश में पिछले लगभग डेढ़ साल से पठन-पाठन का कार्य प्रभावित रहा है। जिससे बच्चों की पढ़ाई में एक गैप आ गया है।
उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों को आनलाइन माध्यम के जरिये पढ़ाई कराई जा रही है। लेकिन विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते और खासकर पर्वतीय इलाकों में मोबाइल सिग्नल वीक होने के कारण आॅनलाइन क्लास प्रभावित हुई हैं। विभाग ने इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर टीवी चैनल के माध्यम से कक्षाएं शुरू की हैं। हर बच्चे की पढ़ाई नियमित तौर पर चले इसके विभाग हर वैकल्पिक पहलू पर विचार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इस गैप को पाटने के लिए विभाग ने डाइट की मदद से ब्रिज कोर्स तैयार किया है जिससे इस गैप को दूर किया जा सके। बच्चों के लिए वर्कशीट तैयार की गई हैं जिन्हें स्कूलों के जरिए छात्र-छात्राओं को मुहैया कराया जा रहा है। ताकि स्कूल बंदी के दौरान बच्चों की पढ़ाई में आए गैप को दूर किया जा सके।
सीमा जौनजारी ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई-लिखाई को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभाग हर वैकल्पिक पहलू पर विचार कर रहा है। इसके लिए स्कूली स्तर पर तैनात शिक्षक, डाइट, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान और विभाग एक टीम के रूप में काम कर रहा है।
वहीं सीमा जौनसारी ने कहा कि शिक्षकों के सभी तरह के लम्बित प्रकरणों को भी त्वरित निस्तारण किया जाएगा।
