देहरादून। उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संकठन ने प्रदेशभर के विद्युत कर्मचारियों व अधिकारियों को कोरोना वॉरियर्स घोषित करने की मांग की है। इस संबंध में संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जिसके माध्यम से कहा गया है कि केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार विद्युत कर्मियों को भी कोरोना वॉरियर्स घोषित किया जाना चाहिए।
संगठन का कहना है कि जब कोरोना महामारी में लोग अपने घरों के अंदर कैद है तो ऐसे समय में अपनी जान को जोखिम में डाल कर बिजली कर्मचारी आम लोगों के साथ-साथ अस्पतालों को 24 घंटे बिजली मुहैया करा रहा है। ऐसी कठिन घडी में कर्मचारियों के साथ कुंछ भी हो सकता है। इस लिये सरकार को तत्काल बिजली कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स घोषित करना चाहिए।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कवि ने मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि वर्तमान में संपूर्ण भारतवर्ष कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों की जान जा रही है। ऐसी स्थिति में प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए ऊर्जा के तीनों निगमों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा पूरी निष्ठा वह इमानदारी से राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का पालन कर रहा है।
राज्य में किसी भी आपदा अथवा अनहोनी के समय सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा है। इस महामारी के समय जब हरकोई अपने घर से बाहर नहीं निकल रहा है ऐसी जोखिम भरी परिस्थिति में भी बिजली का कर्मचारीध्अधिकारी प्रदेश के सम्मानित उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान करने में लगा हुआ है इस कार्य में खंड, मंडल, जोन, परियोजनाओं के अधिकारियों व कर्मचारियों से लेकर लाइन मैन, मीटर रीडर की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा ऊर्जा निगमों के कार्मिकों को अभी तक कोरोना वॉरियर्स घोषित नहीं किया है जबकि केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक सेवा के तहत कार्यरत विभिन्न विभागों में कार्यरत कार्मिकों को फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कोरोना वॉरियर्स घोषित किया गया है जिन्हें इस महामारी के दौरान मृत्यु होने अथवा संक्रमण के कारण इलाज में खर्च हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने की निर्देश जारी किए है।
विनोद कवि ने कहा कि विभिन्न राज्य सरकारों ने आदेश जारी किए हैं, परंतु खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा ऊर्जा निगमों के नियमितध्संविदा कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स घोषित करने से वंचित रखा है जबकि पिछले कई दिनों से कई अधिकारियों व कर्मचारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से अपनी जान गंवाई है। इससे ऊर्जा निगमों के समस्त कार्मिकों में भारी असंतोष है। उन्होंने मांग करते हुये कहा कि तत्काल बिजली कर्मचारियों व अधिकारियों को कोरोना वॉरियर्स घोषित किया जाय।