पौड़ी। खिर्सू में डिप्टी रेंजर की संधिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली है। डिप्टी रेंजर के परिजनों को संदेह है कि उनकी हत्या की गई है। डिप्टी रेंजर के परिजनों का कहना है कि उनकी हत्या की गई और इसको हत्यारे आत्महत्या को का रूप देने की कोशिश में लगे हैं।
गौरतलब है कि उदय कुमार जोशी बतौर डिप्टी रेंजर खिर्स में तैनात थे। 4 जनवरी को उदय कुमार जोशी का मृत शरीर उनके खिर्सू स्थित सरकारी आवास में मिला। परिजनों का आरोप है कि उनकी हत्या की गई है। डिप्टी रेंजर के परिजनों का कहना है कि एकदम स्वस्थ स्वस्थ, ईमानदार व कर्मठ अधिकारी थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 31 दिसम्बर को उनके आवास परिसर में नए साल की पार्टी में उदय कुमार जोशी का किसी के साथ विवाद भी हुआ था। सबसे बड़ा सवाल है कि विभाग व पुलिस प्रथम द्रष्टया जिस मामले को आत्महत्या बताया जा रहा है परिस्थितियां और घटनाक्रम इसका समर्थन नहीं कर पा रहे है। रोशनदान से लटककर चादर से फाँसी लगाने वाली कहानी किसी को समझ नहीं आ रही। ध्यान देने वाली बात है कि परिवार को सूचित किए बिना ही पुलिस और विभाग ने शव का पंचनामा कर घटनास्थल से हटा दिया। यह किसी गहरी साजिश की ओर इशारा करता है। परिजनों के मुताबिक उनको उदय कुमार जोशी का मृत शरीर श्रीनगर में दिखाया गया। घटनास्थल पर बताया जा रहा है की मृत शरीर लटका हुआ नहीं बल्कि जमीन पर बैठा हुआ पाया गया था और कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। ऐसे में उदय कुमार जोशी के परिजन निष्पक्ष जांच की मांग कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही चाहता है।।