देहरादून। कोरोना कर्फ्यू के बीच इस बार भी ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ सोमवार मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रातः पांच बजे खुल गये हैं। कपाट खुलने की प्रक्रिया प्रातः तीन बजे से शुरू हो गयी थी। मंदिर के कपाट खुलने के पश्चात रावल भीमाशंकर लिंग व मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने स्वयंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया तथा निर्वाण दर्शनों के पश्चात श्रृंगार तथा रूद्राभिषेक पूजाएं की गयी।
मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता ब्यक्त की है तथा सभी के आरोग्यता की कामना की है। कहा है कि कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है। सभी लोग वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में पूजा-अर्चना करें। केदारनाथ धाम में भी प्रथम रूद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री की ओर से की गयी तथा जनकल्याण की कामना की गयी। कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित है। धामों में केवल पूजापाठ संपन्न हो रही है यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है।