भीमताल। यूकोस्ट देहरादून तथा उत्तराखंड जल संस्थान देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में गठित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट पी एम यू ने बायो टेक्नोलॉजी तथा भैषज विज्ञान विभाग कुमाऊं विश्वविद्यालय भीमताल नैनीताल के संयुक्त प्रयासों से भीमताल में बायो टेक्नोलॉजी विभाग में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया।
कुमाऊं क्षेत्र की शिक्षण संस्थाओं व हित धारकों के लिए अभिविन्यास प्रसार प्रशिक्षण कार्यशाला के उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथि के० सिंह निदेशक उत्तराखंड बायोटेक्नोलॉजी परिषद हल्दी उधम सिंह नगर ने अपने समग्र व्याख्यान में कहा कि जल गुणवत्ता के प्रभावी नियंत्रण व जानकारी से मानव संस्थान मानव स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है। उन्होंने बायोलॉजिकल गुणवत्ता मानकों के प्रशिक्षण व विस्तार की उत्तराखंड में जरूरत पर जोर दिया।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के भीमताल परिषद के निदेशक प्रोफेसर पी०सी० कविदयाल उद्घाटन समारोह के सम्मानित अतिथि ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों से कहा कि जल गुणवत्ता के प्रशिक्षण व जानकारी की जागरूकता को गढ़वाल के साथ कुमाऊं मंडल में प्रत्येक जिले व ब्लॉक तक पहुंचाया जाना चाहिए। शिक्षण संस्थाओं व हित धारकों को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का स्वागत संबोधन प्रोफेसर बीना पांडे विभागाध्यक्ष बायो टेक्नोलॉजी कुमाऊं विश्वविद्यालय भीमताल परिसर तथा धन्यवाद ज्ञापन डा० कुमुद उपाध्याय फार्मेसी विभाग भीमताल ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डा० प्रशांत सिंह समन्वयक कॉस्ट पीएमयू ने किया ।
तकनीकी सत्र में उत्तराखंड बायो टेक्नोलॉजी परिषद हल्दी उधम सिंह नगर के वैज्ञानिक डा० मनिंदर मोहन उत्तराखंड जल संस्थान के सहायक इंजीनियर मनोज गंगवार तथा डीएवी महाविद्यालय देहरादून के डा० प्रशांत सिंह ने अपने तकनीकी व आमंत्रित व्याख्यान द्वारा संबोधित विषयों पर उपस्थित लोगों को जानकारी दी।
प्रशिक्षण सत्र में मुख्य प्रशिक्षण उत्तराखंड जल संस्थान की देहरादून स्थित प्रादेशिक जल गुणवत्ता जांच व अनुश्रवण प्रयोगशाला के तकनीकी प्रबंधक डा० विकास कंडारी ने दिया। इसके अंतर्गत टेस्टिंग किट की सहायता से 10 जल गुणवत्ता मानकों की सहायता से दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित पेयजल स्रोतों की जांच का स्थलीय निरीक्षण एवं परीक्षण की विधि सिखाई। कार्यक्रम के अंत में कार्यशाला का सारांश पीएमयू एवं यू कॉस्ट के समन्वयक डा० प्रशांत सिंह ने दिया। कोविड-19 मानकों का पालन कर पालन करते हुए आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में लगभग 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में डा०अनिता सिंह, डा० धीरज बिष्ट, डा० रिशेंद्र कुमार, डा० विकास कंडारी, मनिन्दर मोहन, मयंक पांडेय, आदेश कुमार, डा०प्रवीण ध्यानी, गोविंद राजपाल, कोमल चंद्रा, मीना कौसर आदि उपस्थित रहे।