नरेन्द्रनगर। नवाचार एवं उद्यमिता की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्रनगर में उद्यमिता विकास केन्द्र द्वारा ‘स्टार्ट-अप कैसे शुरू करें‘ विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस मौके पर प्राचार्य प्रो0 उभान द्वारा उत्तराखण्ड सरकार द्वार देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं में उद्यमिता एवं स्व-रोजगार की भावना को विकसित करने के उद्देश्य इस कार्यशाला के बारे में बताया। प्रो0 उभान ने कहा कि विकसित भारत एवं न्यू इंडिया विजन को विकसित करने के उद्देश्य से युवाओं में उद्यमशीलता का होना आवश्यक है।
मुख्य वक्ता इनोवेशन सेंटर एवं उद्यमिता केन्द्र के नोडल डॉ0 संजय महर ने बताया कि छात्र-छात्राओं को स्टार्ट-अप के लिए आइडिया क्रिएशन होना स्पष्ट जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्टार्ट-अप के लिए नवाचार, नवोन्मेष एवं उद्यमिता हेतु सृजनशीलता आवश्यक है तभी चुनौतियों के बीच जोखिम प्रबन्धन के माध्यम से उद्यमिता में सफलता हासिल की जा सकती है जिस हेतु इस कार्यशाला के माध्यम से छात्र-छात्राओं में उद्यमिता की भावना विकसित कर उनके हुनर को तलाशा जा रहा है।
इस मौके पर डॉ0 आराधना, डॉ0 विक्रम बर्त्वाल, ज्योति शैली, विशाल त्यागी, अजय सिंह, गणेश पाण्डेय, प्रिया चौहान के साथ ही सभी संकायों के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।