देहरादून। छात्र राजनीति में प्रदेश में परचम लहराने वाली आर्यन संगठन अब राजनीति की मुख्यधारा में उतरने की तैयारी है। देहरादून में आर्यन छात्र संगठन कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक हुई। जिसमें संगठन को मजबूत करने को लेकर विभिन्न मुद्दो पर बात हुई। बैठक में आर्यन संगठन को राजनीति की मुख्यधारा से जुड़ने को लेकर भी चर्चा हुई जिसके लिए संगठन ने 10 सदस्यीय समिति का गठन किया है। बैठक में तय एजेंडे पर चर्चा करते हुए सदस्यों के विभिन्न सुझावों के आधार पर कई प्रस्ताव पारित किये गये।
बैठक में गहन विचार विमर्श के बाद विभिन्न विषयों को लेकर समितियों का गठन किया गया। सक्रिय राजनीति में प्रवेश को लेकर संजय बिष्ट की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह समिति ये बताएगी की कैसे और किस वक्त संगठन को सक्रिय राजनीति में प्रवेश करना है। संगठन के संविधान संशोधन को लेकर अनिल तोमर की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। विजय पंचोली की अध्यक्षता में अनुशासन समिति का गठन किया गया है। प्रदेश कार्यकारिणी का नए सिरे से गठन करने के लिए अनिल डबराल के अगुवाई में समिति गठित की गई है। आर्यन छात्र संगठन की नवीन कार्यकारिणी का गठन होने तक अनिल डबराल कार्यकारिणी के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर प्रदेश अध्यक्ष पद की सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
देहरादून रतनपुर में हुई आर्यन संगठन की कार्यकारिणी की बैठक में संगठन के संस्थापक राकेश नेगी ने कहा कि प्रदेश की राजनीति में ज्यादातर दिग्गज छात्र राजनीति से हैं। संगठन अब प्रदेश की राजनीति को नई दिशा देने के लिए उसमें सक्रिय भूमिका निभायेगा। इस दौरान आर्यन छात्र संगठन को उत्तराखण्ड की राजनीति की मुख्य धारा से जोड़ने के मकसद से संस्थापक राकेश नेगी ने छात्र राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की।