Home उत्तराखंड सियासतः कांग्रेस ने रखा उपवास तो भाजपा ने मौन व्रत

सियासतः कांग्रेस ने रखा उपवास तो भाजपा ने मौन व्रत

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देहरादून। मौन व्रत बड़ा अनूठा व्रत है। योगशास्त्र कहता है कि इसका प्रभाव दीर्घगामी होता है। दिनभर में हम अपने-पराए कई लोगों से मिलते हैं और कभी-कभी कभार बेलगाम बोलते हैं। इससे हम अपने शब्दों को बेकार फेंक रहे होते हैं। इसके कारण उसकी ऊर्जा यूं ही जाया हो जाती है। यदि सीमित और संयमित ढंग से वाणी का प्रयोग किया जाए तो यह व्यक्ति निरर्थक संघर्षों से बच जाता है। मौन शक्तिसंचय का एक अनूठा तरीका है।

मौन व्रत का पालन समयानुसार किसी भी दिन, तिथि व क्षण से किया जा सकता है। लिहाजा उत्तराखण्ड भाजपा ने मौन व्रत को महातम्य समझते हुए सोमवार को कांग्रेस के खिलाफ सांकेतिक मौन व्रत रखा। भाजपा प्रदेश कार्यालय में अध्यक्ष मदन कौशिक की अगुवाई में भाजपा के पदाधिकारियों ने मौन व्रत रखा। भाजपा का आरोप है कोरोना संक्रमण के इस विषम दौर में सामाजिक संस्थाएं कोरोना पीड़ितों के जीवन को बचाने के लिए काम कर रही है लेकिन कांग्रेस पार्टी महज धरना प्रदर्शनों में मशगूल है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस के नेता महज राजनीति कर रहे हैं जबकि उन्हें इस समय जनता की मदद करनी चाहिए। कांग्रेस नेताओं को सद्बुध्दि मिले इसके लिए मौन व्रत रखा गया है।

कांग्रेस ने भी भाजपा के मौन व्रत का जवाब उपवास से दिया। जैसा कि मौन व्रत की तरह उपवास भी किसी भी समय और तिथि को रखा जा सकता है। लिहाजा कांग्रेस ने भी सोमवार को सांकेतिक उपवास के लिए चुना। इस उपवास में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अगुवाई में पार्टी के तमाम बड़े नेता शरीक हुए।

कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह कहते है सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। केन्द्र और प्रदेश में भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज देश में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बदहाल हैं और सरकार महज उद्घाटनों और घोषणाओं में व्यस्त है।

योग साधना के जरिये राजनीति की इस नई तरकीब की सियासत के गलियारों में चर्चाएं हैं। राजनीति के जानकार बताते हैं कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव निकट है। कोरोना कफ्र्यू लगा हुआ है। इस समय ये पार्टियां ज्यादा कुछ नहीं कर सकती है। लिहाजा चर्चाओं में बने रहने के लिए भाजपा और कांग्रेस आने वाले दिनों में इसी तरीके से एक-दूसरे की शुद्धि-बुद्धि के लिए हवन-यज्ञ, मौन, व्रत करते नजर आएंगे।

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