सहसपुर। राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी सिलसिले में सहसपुर विधानसभा के तहत भुड्डी शिमला बाइपास रोड पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेसी नेता राकेश सिंह नेगी ने राज्य गठन में महत्वूपर्ण भूमिका निभाने वाले क्षेत्र के 35 राज्य आंदोलन कारियों को सम्मानित किया।
इस मौके पर राकेश सिंह नेगी ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के संघर्ष के परिणामस्वरूप ही उत्तराखंड राज्य बना। उनके इस संघर्ष, त्याग और बलिदान को प्रदेश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा राज्य बने 21 साल हो चले है। आज हम प्रदेश स्थापना की 22वीं वर्षगांठ मना रहा है। लेकिन जिन सपनों को लेकर हमारे आंदोलनकारियों ने अलग राज्य बनाने की लड़ाई लड़ी थी, वो सपना अभी पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि आइए संकल्प लें कि हम उत्तराखण्ड को राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य बनाने के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे।
उन्होंने कहा उपस्थित मातृशक्ति को नमन करते हुए कहा कि मातृशक्ति ने राज्य आंदोलन में अहम योगदान दिया है। उनके त्याग और बलिदान के चलते ही अलग राज्य का सपना साकार हो सका। इस सम्मान समारोह में राज्य आंदोलनकारियों ने आंदोलन के दौरान अपने संस्मरण भी सुनाये।
इस दौरान सम्मान समारोह में ब्लाक प्रमुख सहसपुर सीमा नेगी, राज्य आंदोलनकारी राजेश्वरी परमा, सरला नेगी, सोना देवी रावत, कौलल्या देवी, मकड़ी देवी, बरदेई बिष्ट, रामी बिष्ट, फूलदेई बिष्ट, निर्मला बुटोला, सुंदरा देवी, गोदाम्बरी देवी, शकुन्ता देवी, सुलोचना देवी, विमला देवी रावत, तारा देवी, खुशाल सिंह रावत, ज्ञान सिंह रावत, सुरेन्द्र रावत, हंसराज रावत समेत बड़ी तादाद में राज्य आंदोलनकारी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।