देहरादून। सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा० धन सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक हुई। जिसमें 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की 158वीं जयंती को‘युवा चेतना दिवस’ के रूप में मनाये जाने का फैसला लिया गया।
विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में आयोजित होगी निबंध प्रतियोगिता
उच्च शिक्षा मंत्री डा० रावत ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत के निर्देश पर स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा चेतना दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इस अवसर पर सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगियों को क्रमशः एक लाख, 75 हजार और 50 हजार की धनराशि प्रदान की जाएगी। विजेजा प्रतियोगियों को 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पुरस्कृत किया जाएगा। सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को इसके लिये निर्देशित कर दिया गया है।
डा० रावत ने बताया कि जिलाधिकारियों को भी युवा चेतना दिवस मनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिला मुख्यालयों पर युवाओं से रोजगार, स्वरोजगार एवं राष्ट्रीय चेतना के संबंध में परिचर्चा आयोजित की जाएगी। परिचर्चा के उपरांत स्वयं सहायता समूह द्वारा उत्पादित उत्पाद मुख्यमंत्री की ओर से युवाओं को प्रतीक चिन्ह के रूप में वितरित किये जायेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री भी वर्चुअली प्रतिभाग करेंगे। बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आनंद वर्धन, सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा सहित शासन के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।