देहरादून। बुधवार यानि 06 अक्टूबर सुबह 08 बजे से उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघ से जुड़े 3500 से ज्यादा अधिकारी कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का एलान किया है। संघ के पदाधिकारी लगातार कर्मचारियों के साथ संपर्क कर हड़ताल को सफल बनाने का काम कर रहे।
वहीं बिजली कर्मियों की हड़ताल की स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने भी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पड़ोसी राज्यों से बिजली कर्मियों की व्यवस्था बनाने का फैसला किया है। बिजली कर्मियों ने पत्रकार वार्ता कर सरकार पर उनकी मांगों को पूरा करने का भरोसा जताया है। लेकिन साथ में संघ ने यह भी साफ कर दिया है की अगर उनकी मांगों पर सहमति नहीं बनती है तो फिर बुधवार सुबह 08 बजे से प्रदेश में हड़ताल होना तय है।
ऊर्जा विभाग की तरफ से भी टोलफ्री नंबर का संदेश जारी किया गया है। जिसमें उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) अपने सभी सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं से अनुरोध करता है कि विद्युत संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर सम्मानित उपभोक्ता प्रदेश के किसी भी हिस्से से टोल फ्री नंबर 1912 पर अपनी शिकायत/ सूचना दर्ज करा सकते हैं। ताकि उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन सम्मानित उपभोक्ताओं की विद्युत समस्या का निदान यथाशीघ्र कर सके। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन का टोल फ्री नंबर 1912 कंट्रोल रूम से जुड़ा है तथा यह कंट्रोल रूम लगातार 24 घंटे कार्य करता रहता है।
यूपी के ऊर्जाकर्मियों ने भी दिया समर्थन
उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारी उत्तराखंड में ड्यूटी लगाए जाने से भड़क गए है। कर्मचारियों का कहना है कि वे पूरी तरह उत्तराखंड के बिजली कर्मियों के साथ हैं और किसी भी सूरत में उत्तराखंड में ड्यूटी नहीं करेंगे। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ ने इसका विरोध करते हुए यूपी पॉवर कॉरपोरेशन के एमडी को पत्र लिखा है।