देहरादून। प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट का एकता बिहार में लगातार जारी है। बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों का कहना है कि जब तक सरकार की ओर से उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला वे अपना धरना और प्रदर्शन जारी रखेंगे। धरने में बैठे बेरोजगार फार्मासिस्टों को दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ एकता बिहार धरना स्थल में हरवक्त बाढ़ का खतरा बना हुआ है वहीं सरकार की ओर से उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल सका है।
गौरतलब है कि एकता बिहार धरना स्थल में विगत दिनों बाढ़ के चलते पानी भर गया था जिससे धरना स्थल में बेरोजगार फार्मास्टिों का सारा सामान बह गया है। वहीं करंट फैलने से वहां धरना स्थल में मौजूद बेरोजगार फार्मासिस्ट झुलस गये थे जिन्हें बाद में इलाज के लिए दून अस्पताल भेजा गया। अपनी जायज मांगों को लेकर आम जनसमर्थन जुटाने को लेकर बेरोजगार फार्मासिस्ट गुरूवार को देहरादून स्थित विधायक हास्टल भी पहुंचे और विधायकों से मिलकर अपनी जायज मांगों को उनके सामने रखा।
महासंघ के अध्यक्ष महादेव गौड़ ने बताया कि जब तक सरकार की ओर से उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता तब तक बेरोजगार फार्मासिस्टों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। महासंघ अध्यक्ष महादेव गौड़ ने कहा कि सरकार आईपीएचएस मानको का हवाला देकर को फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर भर्ती से साफ इनकार कर रही है। जिससे बेरोजगार फार्मासिस्ट में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि आज दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जहां चिकित्सक जाने से कतराते हैं वहां फार्मासिस्ट महत्पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बावजूद इसके फार्मासिस्ट संवर्ग की अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने वर्ष 2005-06 में उपकेन्द्रो पर सृजित फार्मासिस्ट के 536 पर आइपीएचएस मानकों में शिथिलता प्रदान करते हुए यथावत रखने, रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करने 600 उपकेन्द्रों पर संविदा के आधार पर की जा रही भर्ती के बजाय नियमित भर्ती करने, 1368 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर फार्मासिस्ट के पद सृजित करने, राजकीय मेडिकल कालेजों में फार्मासिस्ट संवर्ग, पशु सेवा केन्द्रों एवं पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट के बजाय आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से दवा वितरण के प्रस्ताव पर रोक लगाने, सभी मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता, कारागार विभाग में फार्मासिस्ट की लिखित परीक्षा निरस्त करने, वन विभाग में फार्मासिस्ट के पदो का सृजन, प्रस्तावित भेषज सेवा नियमावली में संशोधन, फार्मासिस्ट संवर्ग का पुनगर्ठन की मांग की।
वहीं महासंघ टिहरी ईकाई के मीडिया प्रभारी हरि प्रकाश सेनवाल ने भी दोहराया कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मान लेती तब उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। यदि सरकार इसी तरह हमारी मांगों के प्रति उदासीन रही तो महासंघ सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगा। उन्होंने प्रशासन से धरना स्थल को दूसरी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि एकता विहार धरना स्थल नदी से सटा हुआ है और यहां हरवक्त बाढ़ आने का खतरा बना हुआ है।
इस दौरान लववीर सिंह चौहान, हरि प्रकाश सेनवाल, सुधीर रावत, शैलेन्द्र नौटियाल,रविन्द्र सिंह, विनोद धीमान, रंजन, विक्रम कुंवर, इंदु डंगवाल, अमजद खान समेत बड़ी तादाद में बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट मौजूद रहे।