देहरादून। कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए उत्तराखण्ड सरकार ने बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है। विद्यालयी शिक्षा परिषद् द्वारा मई में हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं आयोजित की जानी थी। लेकिन कोरोना के चलते प्रदेश सरकार ने हाईस्कूल की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। वहीं इण्टरमीडिएट की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। वहीं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं की अगली तारीख पर जून में विचार किया जा सकता है।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने बताया कि ये फैसला सीएम तीरथ सिंह रावत के सहमति के बाद लिया गया है। इस बार बोर्ड परीक्षाओं में कुल मिलाकर 2 लाख 70 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। जिसमें हाईस्कूल में 1 लाख 48 हजार और इण्टर में 1 लाख 22 हजार से अधिक परीक्षार्थी हैं।
गौरतलब है कि सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड पहले ही हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट स्तर की परीक्षाओं को स्थगित कर चुकी है। इसके बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश सरकार भी कुछ इसी तरह का फैसला ले सकती है। रविवार को प्रदेश सरकार ने सारे कयासों पर विराम लगा दिया है।
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