देहरादून। पेयजल की शुद्धता के लिए अब प्रत्येक ब्लाक और डिग्री कालेजों में वाटर टेस्टिंग लैब स्थापित होंगे। इसको लेकर बुधवार को सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने को कहा है।
बुधवार को सचिवालय में जल जीवन मिशन की समीक्षा की। इस दौरान सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि पेयजल की शुद्धता के लिये प्रत्येक ब्लाक एवं महाविद्यालयों में वाटर टेस्टिंग लैब की स्थापना की कार्ययोजना बनायी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मी के मौसम में प्रदेश के जिन क्षेत्रों में पेयजल की कमी की आशंका रह सकती है, ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करने की कार्यवाही 15 मार्च तक पूर्ण करने व उन क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जलजीवन मिशन के तहत जनपद हरिद्वार एवं ऊधमसिंह नगर में संचालित किये जा रहे कार्यों में तेजी लाने को कहा।
सचिव नितेश झा ने बताया कि जल जीवन मिशन के ग्रामीण क्षेत्र में 14.26 लाख कनेक्शन दिये जाने हैं। जिसमें से 3.96 लाख कनेक्शन इस वर्ष दिये गये हैं जबकि योजना के तहत अब तक 6.13 लाख कनेक्शन दिये गये हैं।